अगर हम अमेरिका पर नजर डाले तो वहां समाचारपत्रों की स्वतंत्रता के लिए संविधान मे अलग से प्रावधान किया गया है, लेकिन भारत देश मे ऐसा नही है ।
2.
अगर हम अमेरिका पर नजर डाले तो वहां समाचारपत्रों की स्वतंत्रता के लिए संविधान मे अलग से प्रावधान किया गया है, लेकिन भारत देश मे ऐसा नही है ।
3.
विदेशी सरकार ने अनेक बार नए नए कानून बनाकर समाचारपत्रों की स्वतंत्रता पर कुठाराघात किया परंतु जेल, जुर्माना और अनेकानेक मानसिक और आर्थिक कठिनाइयाँ झेलते हुए भी हमारे पत्रकारों ने स्वतंत्र विचार की दीपशिखा जलाए रखी।
4.
विदेशी सरकार ने अनेक बार नए नए कानून बनाकर समाचारपत्रों की स्वतंत्रता पर कुठाराघात किया परंतु जेल, जुर्माना और अनेकानेक मानसिक और आर्थिक कठिनाइयाँ झेलते हुए भी हमारे पत्रकारों ने स्वतंत्र विचार की दीपशिखा जलाए रखी।